The अंकुरित अनाज के फायदे Diaries





इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए स्प्राउट्स का सेवन कर सकते हैं. क्योंकि इसमें विटामिन सी होता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करता है.

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बीन्स और मटर अंकुरित स्प्राउट होते हैं, जिसमें दाल, चना, मूंग बीन्स, सोयाबीन, राजमा व हरे मटर शामिल हैं।

अंकुरित यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि त्वचा चमकती रहे और त्वचा कैंसर की घटना को रोकती है । अंकुरित में विटामिन बी बड़ी संख्या में मौजूद होता है, और इससे त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद मिलती है, और अंकुरित लेने पर सेल पुनर्जनन की प्रक्रिया तेजी से होती है। कोलेजन का उत्पादन किया जाता है और अंकुरित भी मुँहासे की घटना को रोकने के लिए जाना जाता है। अंकुरित होने पर झुर्रियों और उम्र बढ़ने के अन्य रूपों की घटना कम हो जाती है। शरीर को डिटॉक्स किया जाता है और इससे आंतरिक सफाई में मदद मिलती है और इससे त्वचा को फायदा होगा।

स्प्राउट में फाइबर और प्रोटीन के साथ विटामिन ए भी मात्रा पाई जाती है, जो आपके आंखों की रोशनी को तेज करने में सहायक है.

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अंकुरित भोजन को कच्चा, अधपका और बिना नमक आदि के प्रयोग करने से अधिक लाभ होता है। दालीय अंकुरित (चना, मूंग, मोठ, मटर, मूंगफली, सोयाबीन, आदि) के साथ टमाटर, गाजर, खीरा, ककड़ी, शिमला मिर्च, हरे पत्ते (पालक, पुदीना, धनिया, बथुआ, आदि) और सलाद, नींबू मिलाकर खाना बहुत ही स्वादिष्ट और स्वास्थ्य बर्धक होता है। इसे कच्चा खाना ही बहुत अच्छा होता है क्योंकि पकाकर खाने से इसके पोषक तत्वों की मात्रा एवं गुण में कमी आ जाती है। अंकुरित दानों का सेवन केवल सुबह नाश्ते के समय ही करना चाहिये।

प्रातः नाश्ते के रूप में अंकुरित अन्न का प्रयोग नियमित रूप से करें। प्रारंभ में कम मात्रा में लेकर धीरे-धीरे इनकी मात्रा बढ़ाएं।

हो सकता है। जिन लोगों के शरीर में प्रोटीन

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अंकुरित अनाज क्या है और कितने प्रकार के होते हैं?

व्यक्ति के स्वस्थ रहने या रोगमुक्त होने में भोजन की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। हम भोजन के अधिकांश भाग को आग में पकाकर प्रयोग करते हैं। आदिकाल में मनुष्य ने पत्थरों को रगड़कर अग्नि को उत्पन्न किया, तभी से अग्नि मनुष्य की सभ्यता की कसौटी बन मानव सभ्यता के विकास की साक्षी बनी। वास्तव में अग्नि तत्व प्रकृति एवं प्राकृतिक चिकित्सा का एक महत्वूपर्ण तत्व है। अग्नि का स्वभाव है। जलाना, तपाना परन्तु क्या अग्नि में तपकर प्रत्येक वस्तु कुंदन ही बनती है?…… यह एक विचारणीय प्रश्न है।

बीज जैसे तिल, सूरजमुखी, कूट्टू या कद्दू

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